Richa Goswami

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वार्षिक प्रतियोगिता -15-Feb-2022 संगीत


संगीत


संगीत दिल कि जुबान सा है
पत्तों से टकराती हवा एक संगीत है
झरने से बहता पानी
नदी का कल -कल स्वर
दूर पेड़ पर बैठे पंछी की चहचहाहट 
बादल के नगाड़ों पे 
बारिश का थिरकना
मोर का मदमस्त होकर कूकना
तेरे मिलन के इंतज़ार में मेरे दिल का धड़कना

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